30+ स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना संदेश हिंदी में
15 अगस्त भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है इस दिन भारत स्वतंत्र हुआ था स्वतंत्रता से पहले भारत अंग्रेजों का गुलाम था जिन्होंने लगभग 200 साल तक भारत को गुलाम बनाकर रखा
भारत 15 अगस्त 1947 को लाखों कुर्बानियों के कारण आजाद हुआ स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय त्योहार घोषित किया गया है पूरे देश में लोग हर्षोल्लास के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं
15 अगस्त के दिन लोग अपने घरों तथा ऑफिस में तिरंगा झंडा लहराते हैं एक दूसरे को बधाइयां देते हैं बच्चे सुबह उठकर तैयार होकर स्कूल जाते हैं तथा उनके स्कूल में तिरंगा झंडा फहराया जाता है
उसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है जिसमें देश भक्ति के गाने गाए जाते हैं तथा कई बच्चे स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देते हैं अंत में स्कूल में मिठाइयां बांटी जाती हैं तथा बच्चे अपने घर चले जाते हैं
इस लेख में हम स्वतंत्रता दिवस पर दी जाने वाली बधाइयों संदेशों को लिख रहे हैं जिसे आप अपने परिजनों तथा दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं
इस दुनिया में हैं आशिक कई पर वतन से प्यारा कोई सनम नहीं
तिरंगा में लिपट कर जाऊं मैं क्योंकि इससे प्यारा कफन नहीं
कोई कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना
कभी तपती धूप में जलकर देख लेना
कैसी होती है हिफाजत मुल्क की
कभी सरहद पर चल के देख लेना
सदा ही लहराता रहे ये तिरंगा हमारा
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा
देशभक्तों से ही देश की शान है
देश भक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं
और उच्च इस देश का नाम हिंदुस्तान है
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक भी बूंद लहू की तब तक
भारत मां का आंचल नीलाम नहीं होने देंगे
आन देश की शान देश की
देश की हम संतान हैं
तीन रंगों से रंगा तिरंगा
अपनी यह पहचान है
दे सलामी इस तिरंगे को
जिससे तेरी शान है
सर हमेशा ऊंचा रखना
इसका जब तक दिल में जान है
भारत माता तेरी गाथा सबसे ऊंची तेरी शान
तेरे आगे सिर झुकाए दे तुझको हम सब सम्मान
अलग है भाषा धर्म जात और प्रांत भेष परिवेश
पर हम सबका एक ही गौरव राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ
अनेकता में एकता ही हमारी शान है
इसीलिए मेरा भारत महान है
लिख रहा हूं मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा
मैं रहूं या ना रहूं पर यह वादा है तुमसे मेरा
कि मेरे बाद वतन पर मरने वाला वालों का सैलाब आएगा
मैं भारतवर्ष का हरदम अमित सम्मान करता हूं
यहां की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूं
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की
तिरंगा हो कफन मेरा बस यही अरमान रखता हूं
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले
वतन पर मर मिटने वालों का यही बाकी निशा होगा
जिंदगी जब तुझको समझ समझा
मौत फिर क्या चीज है
वतन तू ही बता तुझसे बड़ी क्या चीज है
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
यह शुभ दिन है हम सब का
लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा
पर वीरों ने है प्राण गंवाए कुछ
याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के घर ना आए
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं
चलो फिर से आज वह नजारा याद कर ले
शहीदों के दिलों में थी वह ज्वाला याद कर ले
जिसमें वह कर आजादी पहुंची थी किनारे पर
देशभक्तों की खून की धारा याद करने
खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
आओ मिलकर करें देश को सलाम
बोलो मेरा भारत महान
वतन हमारा ऐसे न कोई छोड़ पाए कोई
रिश्ता हमारा ऐसे ना छोड़ पाए कोई
दिल हमारे एक हैं एक है हमारी जान
हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान
ना पूछो जमाने को क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो सिर्फ यह है कि हम सिर्फ हिंदुस्तानी हैं
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