प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना: लघु उद्यमियों के लिए वित्तीय समर्थन का एक प्रमुख स्तंभ
परिचय
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) भारत सरकार द्वारा
शुरू की गई एक
महत्वपूर्ण पहल है, जिसका
उद्देश्य छोटे उद्यमियों और
स्वरोजगार व्यक्तियों को वित्तीय सहायता
प्रदान करना है। यह
योजना 8 अप्रैल 2015 को माननीय प्रधानमंत्री
श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू
की गई थी और
अब यह भारत के
वित्तीय समावेशन और आर्थिक विकास
का एक महत्वपूर्ण स्तंभ
बन गई है।
मुद्रा
का पूरा नाम "माइक्रो
यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी"
है, जिसका उद्देश्य गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु/सूक्ष्म
उद्यमों को वित्तीय सहायता
प्रदान करना है। वर्ष
2025 तक, यह योजना अपने
दस वर्ष पूरे कर
चुकी है और इस
दौरान इसने देश भर
में लाखों उद्यमियों को अपना व्यवसाय
शुरू करने या विस्तार
करने में मदद की
है।
इस व्यापक लेख में, हम
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के विभिन्न पहलुओं
पर विस्तार से चर्चा करेंगे,
जिसमें इसके उद्देश्य, लाभ,
पात्रता मानदंड, आवेदन प्रक्रिया, ऋण श्रेणियां, ब्याज
दरें और सफलता की
कहानियां शामिल हैं। इस लेख
का उद्देश्य आपको मुद्रा लोन
के बारे में विस्तृत
जानकारी प्रदान करना है, ताकि
आप इस योजना का
लाभ उठाकर अपने व्यावसायिक सपनों
को साकार कर सकें।
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना का मुख्य उद्देश्य
है "फंडिंग द अनफंडेड" अर्थात्
उन लोगों को वित्तीय सहायता
प्रदान करना जिन्हें औपचारिक
बैंकिंग प्रणाली से ऋण प्राप्त
करने में कठिनाई होती
है। यह योजना विशेष
रूप से निम्नलिखित उद्देश्यों
को पूरा करती है:
1. वित्तीय
समावेशन को बढ़ावा देना
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना का प्राथमिक उद्देश्य
देश के हर कोने
में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना
है। यह योजना उन
छोटे उद्यमियों तक पहुंचने का
प्रयास करती है जो
अक्सर औपचारिक बैंकिंग प्रणाली से बाहर रह
जाते हैं। इससे समाज
के सभी वर्गों को
वित्तीय सेवाओं तक पहुंच मिलती
है, जिससे समावेशी विकास को बढ़ावा मिलता
है।
2. स्वरोजगार
को प्रोत्साहित करना
योजना
का एक प्रमुख उद्देश्य
लोगों को स्वरोजगार के
अवसर प्रदान करना है। मुद्रा
लोन की सहायता से,
व्यक्ति अपना खुद का
व्यवसाय शुरू कर सकते
हैं, चाहे वह एक
छोटी दुकान हो, सेवा उद्यम
हो या कोई उत्पादन
इकाई। इससे रोजगार के
अवसर बढ़ते हैं और बेरोजगारी
की समस्या से निपटने में
मदद मिलती है।
3. माइक्रो-फाइनेंस संस्थानों को मजबूत करना
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना माइक्रो-फाइनेंस संस्थानों (MFIs), गैर-बैंकिंग वित्तीय
कंपनियों (NBFCs), छोटे वित्त बैंकों
और अन्य वित्तीय मध्यस्थों
को रिफाइनेंस प्रदान करके उन्हें मजबूत
बनाती है। यह सहायता
इन संस्थानों को छोटे उद्यमियों
को अधिक प्रभावी ढंग
से ऋण प्रदान करने
में सक्षम बनाती है।
4. महिला
सशक्तिकरण
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना महिला उद्यमियों को विशेष प्राथमिकता
देती है। योजना के
अंतर्गत, महिला उद्यमियों को आसानी से
ऋण प्राप्त करने की सुविधा
दी जाती है, जिससे
उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र
बनने और अपने व्यवसाय
को विकसित करने का अवसर
मिलता है।
5. अनौपचारिक
क्षेत्र को औपचारिक बनाना
योजना
का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य
अनौपचारिक क्षेत्र को औपचारिक बनाना
है। मुद्रा लोन प्राप्त करने
के लिए, उद्यमियों को
बैंक खाते खोलने और
अपने व्यवसाय को पंजीकृत करने
की आवश्यकता होती है, जिससे
अनौपचारिक क्षेत्र को औपचारिक रूप
देने में मदद मिलती
है।
6. आर्थिक
विकास को गति देना
छोटे
और सूक्ष्म उद्यमों को वित्तीय सहायता
प्रदान करके, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना देश के आर्थिक
विकास को गति देने
में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ये छोटे
व्यवसाय अर्थव्यवस्था की रीढ़ होते
हैं और इनके विकास
से समग्र आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता
है।
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना की प्रमुख विशेषताएं
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना की कई महत्वपूर्ण
विशेषताएं हैं जो इसे
छोटे उद्यमियों के लिए अत्यंत
लाभदायक बनाती हैं। आइए इन
विशेषताओं पर विस्तार से
चर्चा करें:
1. बिना
संपार्श्विक (कोलैटरल) के ऋण
मुद्रा
लोन की सबसे महत्वपूर्ण
विशेषता यह है कि
यह बिना किसी संपार्श्विक
या गारंटी के प्रदान किया
जाता है। यह विशेषता
इस योजना को छोटे उद्यमियों
के लिए अत्यंत आकर्षक
बनाती है, जिनके पास
अक्सर संपार्श्विक के रूप में
रखने के लिए पर्याप्त
संपत्ति नहीं होती।
2. कम
ब्याज दरें
मुद्रा
लोन की ब्याज दरें
अन्य वाणिज्यिक ऋणों की तुलना
में कम होती हैं।
विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों
द्वारा मुद्रा लोन पर ब्याज
दरें अलग-अलग हो
सकती हैं, लेकिन आमतौर
पर ये दरें 9% से
12% प्रति वर्ष के बीच
होती हैं। कुछ श्रेणियों
के लिए, विशेष रूप
से शिशु ऋण के
लिए, ब्याज दरें और भी
कम हो सकती हैं।
3. लचीली
पुनर्भुगतान अवधि
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, ऋण
की पुनर्भुगतान अवधि उधारकर्ता की
आवश्यकताओं के अनुसार लचीली
होती है। पुनर्भुगतान अवधि
आमतौर पर 1 वर्ष से
7 वर्ष तक होती है,
जिससे उधारकर्ताओं को अपनी आर्थिक
स्थिति के अनुसार ऋण
चुकाने में सुविधा होती
है।
4. तीन
श्रेणियों में ऋण
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, ऋण
को तीन श्रेणियों में
वर्गीकृत किया गया है:
शिशु, किशोर और तरुण। ये
श्रेणियां उधारकर्ता के व्यवसाय के
विकास चरण और उनकी
वित्तीय आवश्यकताओं के आधार पर
निर्धारित की जाती हैं।
a) शिशु
ऋण
शिशु
ऋण नए व्यवसायों या
शुरुआती चरण के उद्यमों
के लिए है। इस
श्रेणी के अंतर्गत, उधारकर्ता
50,000 रुपये तक का ऋण
प्राप्त कर सकते हैं।
यह ऋण उन लोगों
के लिए उपयुक्त है
जो अपना व्यवसाय शुरू
करना चाहते हैं या जिनका
व्यवसाय अभी शुरुआती चरण
में है।
b) किशोर
ऋण
किशोर
ऋण उन व्यवसायों के
लिए है जो स्थापित
हो चुके हैं और
विकास के चरण में
हैं। इस श्रेणी के
अंतर्गत, उधारकर्ता 50,001 रुपये से 5 लाख रुपये
तक का ऋण प्राप्त
कर सकते हैं। यह
ऋण उन उद्यमियों के
लिए उपयुक्त है जो अपने
व्यवसाय का विस्तार करना
चाहते हैं।
c) तरुण
ऋण
तरुण
ऋण उन व्यवसायों के
लिए है जो पहले
से ही स्थापित हैं
और आगे विकास करना
चाहते हैं। इस श्रेणी
के अंतर्गत, उधारकर्ता 5 लाख रुपये से
10 लाख रुपये तक का ऋण
प्राप्त कर सकते हैं।
यह ऋण उन उद्यमियों
के लिए उपयुक्त है
जिनका व्यवसाय पहले से ही
अच्छी तरह से चल
रहा है और जो
अपने व्यवसाय को अगले स्तर
पर ले जाना चाहते
हैं।
5. डिजिटल
प्लेटफॉर्म से ऋण आवेदन
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, उधारकर्ता
ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उद्यमीमित्र पोर्टल (www.udyamimitra.in) के माध्यम से,
उधारकर्ता मुद्रा लोन के लिए
ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं,
जिससे प्रक्रिया तेज और सुविधाजनक
हो जाती है।
6. विभिन्न
प्रकार के उद्यम कवर किए जाते हैं
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, विभिन्न
प्रकार के गैर-कृषि
उद्यम जैसे खुदरा व्यापार,
दुकानें, फल/सब्जी विक्रेता,
ट्रक परिवहन, खाद्य सेवा इकाइयां, मरम्मत
की दुकानें, छोटे उद्योग, कारीगर,
खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां और कई अन्य
गतिविधियां कवर की जाती
हैं।
7. बैंकों
और वित्तीय संस्थानों का व्यापक नेटवर्क
मुद्रा
लोन वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, छोटे वित्त बैंकों,
माइक्रो-फाइनेंस संस्थानों और गैर-बैंकिंग
वित्तीय कंपनियों जैसे विभिन्न वित्तीय
संस्थानों के माध्यम से
प्रदान किया जाता है।
यह व्यापक नेटवर्क सुनिश्चित करता है कि
ऋण देश के हर
कोने में उपलब्ध हो।
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के लिए पात्रता मानदंड
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत ऋण
प्राप्त करने के लिए,
आवेदकों को कुछ पात्रता
मानदंडों को पूरा करना
होता है। ये मानदंड
सुनिश्चित करते हैं कि
ऋण वास्तव में योग्य व्यक्तियों
और उद्यमों को प्रदान किया
जाए। आइए इन पात्रता
मानदंडों पर विस्तार से
चर्चा करें:
1. राष्ट्रीयता
मुद्रा
लोन के लिए आवेदन
करने वाले व्यक्ति को
भारतीय नागरिक होना चाहिए। विदेशी
नागरिक इस योजना के
अंतर्गत ऋण प्राप्त करने
के पात्र नहीं हैं।
2. आयु
आवेदक
की आयु कम से
कम 18 वर्ष और अधिकतम
65 वर्ष होनी चाहिए। यह
आयु सीमा सुनिश्चित करती
है कि ऋण कानूनी
रूप से वैध उम्र
के व्यक्तियों को प्रदान किया
जाए जो अपने व्यवसाय
को प्रभावी ढंग से चला
सकें।
3. व्यावसायिक
गतिविधि
आवेदक
को गैर-कृषि क्षेत्र
में आय उत्पन्न करने
वाली गतिविधि में संलग्न होना
चाहिए। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना विशेष रूप से गैर-कृषि उद्यमों को
वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए
डिज़ाइन की गई है,
जैसे:
- विनिर्माण
(Manufacturing)
- व्यापार (Trading)
- सेवाएं (Services)
4. व्यवसाय
का प्रकार
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, निम्नलिखित
प्रकार के व्यवसाय पात्र
हैं:
- व्यक्तिगत उद्यमी
- साझेदारी फर्म
- प्राइवेट लिमिटेड कंपनी
- स्वयं सहायता समूह (SHGs)
- रजिस्टर्ड या अनरजिस्टर्ड संगठन
- स्वरोजगार व्यक्ति
5. ऋण
का उद्देश्य
मुद्रा
लोन का उपयोग निम्नलिखित
उद्देश्यों के लिए किया
जा सकता है:
- नया व्यवसाय शुरू करना
- मौजूदा व्यवसाय का विस्तार करना
- कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करना
- उपकरण और मशीनरी खरीदना
- कच्चे माल की खरीद
- विपणन और प्रचार गतिविधियां
6. क्रेडिट
इतिहास
आवेदक
का क्रेडिट इतिहास अच्छा होना चाहिए। यदि
आवेदक ने पहले किसी
बैंक या वित्तीय संस्थान
से ऋण लिया है,
तो उसे समय पर
चुकाना चाहिए। खराब क्रेडिट इतिहास
वाले आवेदकों को मुद्रा लोन
प्राप्त करने में कठिनाई
हो सकती है।
7. व्यावसायिक
योजना
आवेदक
के पास एक स्पष्ट
और व्यवहार्य व्यावसायिक योजना होनी चाहिए। यह
योजना बताती है कि आवेदक
ऋण का उपयोग कैसे
करेगा और अपने व्यवसाय
को कैसे चलाएगा। एक
अच्छी व्यावसायिक योजना में व्यवसाय का
विवरण, बाजार विश्लेषण, वित्तीय अनुमान और विपणन रणनीति
शामिल होनी चाहिए।
8. पूंजी
की आवश्यकता
आवेदक
की पूंजी की आवश्यकता मुद्रा
लोन की तीन श्रेणियों
में से एक के
अंतर्गत आनी चाहिए:
- शिशु: 50,000 रुपये तक
- किशोर: 50,001 रुपये से 5 लाख रुपये तक
- तरुण: 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक
9. गैर-कृषि गतिविधि
यह महत्वपूर्ण है कि प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के तहत वित्त
पोषित व्यवसाय गैर-कृषि क्षेत्र
में होना चाहिए। कृषि
और संबंधित गतिविधियों के लिए, अन्य
सरकारी योजनाएं जैसे किसान क्रेडिट
कार्ड, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, आदि उपलब्ध हैं।
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत ऋण की शर्तें और ब्याज दरें
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, ऋण
की शर्तें और ब्याज दरें
विभिन्न कारकों पर निर्भर करती
हैं, जिनमें ऋण की श्रेणी,
ऋण देने वाला संस्थान
और आवेदक का क्रेडिट प्रोफाइल
शामिल हैं। आइए इन
शर्तों और ब्याज दरों
पर विस्तार से चर्चा करें:
1. ब्याज
दरें (Mudra
Loan interest rate)
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, ब्याज
दरें विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों
के बीच भिन्न हो
सकती हैं। हालांकि, आमतौर
पर ब्याज दरें 9% से 12% प्रति वर्ष के बीच
होती हैं। कुछ बैंकों
द्वारा प्रदान की जाने वाली
दरें इस प्रकार हैं:
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI): EBLR +
3.25% (वर्तमान में 12.15% प्रभावी दर)
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB): 9.30% से 12.10% तक
- बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB): 8% से 12% तक
- HDFC बैंक: 10% से 19% तक
- ICICI बैंक: 10.99% से 17.5% तक
ब्याज
दरें ऋण की श्रेणी
के आधार पर भी
भिन्न हो सकती हैं:
a) शिशु
ऋण (50,000 रुपये तक)
शिशु
ऋण के लिए, ब्याज
दरें आमतौर पर 9% से 12% प्रति वर्ष के बीच
होती हैं। कुछ बैंक
महिला उद्यमियों और विशेष श्रेणियों
के लिए कम ब्याज
दरें प्रदान करते हैं।
b) किशोर
ऋण (50,001 रुपये से 5 लाख रुपये तक)
किशोर
ऋण के लिए, ब्याज
दरें आमतौर पर 10% से 14% प्रति वर्ष के बीच
होती हैं। ब्याज दर
आवेदक के क्रेडिट स्कोर,
व्यवसाय की प्रकृति और
ऋण देने वाले संस्थान
पर निर्भर करती है।
c) तरुण
ऋण (5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक)
तरुण
ऋण के लिए, ब्याज
दरें आमतौर पर 11% से 16% प्रति वर्ष के बीच
होती हैं। ब्याज दर
ऋण की राशि, पुनर्भुगतान
अवधि और आवेदक के
क्रेडिट प्रोफाइल पर निर्भर करती
है।
2. प्रोसेसिंग
शुल्क
(Processing Fee)
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, प्रोसेसिंग
शुल्क आमतौर पर ऋण राशि
का 0.25% से 0.50% होता है। कुछ
बैंक और वित्तीय संस्थान
शिशु ऋण के लिए
प्रोसेसिंग शुल्क माफ कर देते
हैं। विभिन्न बैंकों द्वारा लिए जाने वाले
प्रोसेसिंग शुल्क इस प्रकार हैं:
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI): शिशु के लिए शून्य, किशोर के लिए 0.25%, तरुण के लिए 0.50%
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB): शिशु के लिए शून्य, किशोर और तरुण के लिए 0.25%
- बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB): शिशु के लिए शून्य, किशोर के लिए 0.50%, तरुण के लिए 1%
- HDFC बैंक: 0.25% से 2% तक
- ICICI
बैंक: 0.5% से 2% तक
3. पुनर्भुगतान
अवधि (Repayment
Period)
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, ऋण
की पुनर्भुगतान अवधि ऋण की
श्रेणी और उद्देश्य के
आधार पर भिन्न हो
सकती है। आमतौर पर,
पुनर्भुगतान अवधि 1 वर्ष से 7 वर्ष
तक होती है। विभिन्न
श्रेणियों के लिए पुनर्भुगतान
अवधि इस प्रकार है:
a) शिशु
ऋण
शिशु
ऋण के लिए, पुनर्भुगतान
अवधि आमतौर पर 1 वर्ष से
3 वर्ष तक होती है।
कुछ बैंक 5 वर्ष तक की
पुनर्भुगतान अवधि प्रदान कर
सकते हैं।
b) किशोर
ऋण
किशोर
ऋण के लिए, पुनर्भुगतान
अवधि आमतौर पर 3 वर्ष से
5 वर्ष तक होती है।
व्यवसाय की प्रकृति और
नकदी प्रवाह के आधार पर,
पुनर्भुगतान अवधि लचीली हो
सकती है। कुछ वित्तीय
संस्थान 7 वर्ष तक की
पुनर्भुगतान अवधि भी प्रदान
कर सकते हैं।
c) तरुण
ऋण
तरुण
ऋण के लिए, पुनर्भुगतान
अवधि आमतौर पर 5 वर्ष से
7 वर्ष तक होती है।
बड़ी ऋण राशि के
लिए, बैंक लंबी पुनर्भुगतान
अवधि प्रदान करते हैं ताकि
ईएमआई (मासिक किस्त) का बोझ कम
हो सके।
4. मार्जिन
मनी (Margin
Money)
मार्जिन
मनी (या आवेदक का
योगदान) ऋण की श्रेणी
के आधार पर भिन्न
होती है:
- शिशु ऋण: आमतौर पर कोई मार्जिन मनी नहीं (0%)
- किशोर ऋण: ऋण राशि का 10% से 15%
- तरुण ऋण: ऋण राशि का 15% से 25%
मार्जिन
मनी आवश्यकताएं बैंक से बैंक
में भिन्न हो सकती हैं
और व्यवसाय की प्रकृति पर
भी निर्भर करती हैं।
5. संपार्श्विक
की आवश्यकता (Collateral
Requirement)
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना की सबसे आकर्षक
विशेषताओं में से एक
यह है कि इसके
अंतर्गत संपार्श्विक (कोलैटरल) की आवश्यकता नहीं
होती है। हालांकि, कुछ
बैंक अतिरिक्त सुरक्षा के लिए क्रेडिट
गारंटी फंड स्कीम के
माध्यम से ऋण की
गारंटी मांग सकते हैं।
6. मोरेटोरियम
अवधि
(Moratorium Period)
कुछ
बैंक और वित्तीय संस्थान
मुद्रा लोन के लिए
3 से 6 महीने की मोरेटोरियम अवधि
प्रदान करते हैं। यह
अवधि उधारकर्ताओं को अपना व्यवसाय
स्थापित करने और आय
उत्पन्न करने के लिए
समय देती है, इससे
पहले कि वे ऋण
का पुनर्भुगतान शुरू करें।
7. पूर्व-भुगतान दंड (Prepayment Penalty)
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत, अधिकांश
बैंक और वित्तीय संस्थान
पूर्व-भुगतान पर कोई दंड
नहीं लगाते हैं। यह उधारकर्ताओं
को अतिरिक्त धन होने पर
अपने ऋण का जल्दी
भुगतान करने की सुविधा
देता है।
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया (Pradhan Mantri
Mudra Yojana application form)
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत ऋण
प्राप्त करने के लिए,
आवेदकों को एक निश्चित
प्रक्रिया का पालन करना
होता है। यह प्रक्रिया
आसान और सरल है,
लेकिन आवेदकों को कुछ आवश्यक
दस्तावेज तैयार रखने होंगे। आइए
इस प्रक्रिया पर विस्तार से
चर्चा करें:
1. ऑनलाइन
आवेदन प्रक्रिया (Pradhan Mantri
Mudra Yojana online apply)
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के लिए ऑनलाइन
आवेदन करने के लिए,
आवेदक निम्नलिखित चरणों का पालन कर
सकते हैं:
a) उद्यमीमित्र पोर्टल का उपयोग (www.mudra.org.in online apply)
उद्यमीमित्र
पोर्टल
(www.udyamimitra.in) मुद्रा
लोन के लिए ऑनलाइन
आवेदन करने का एक
प्रमुख प्लेटफॉर्म है। इस पोर्टल
पर आवेदन करने के लिए
निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- पंजीकरण (Registration):
उद्यमीमित्र पोर्टल पर जाएं और "New User"
विकल्प पर क्लिक करके पंजीकरण करें। अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और अन्य आवश्यक जानकारी प्रदान करें।
- लॉगिन (Login): पंजीकरण के बाद, अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर और पासवर्ड का उपयोग करके लॉगिन करें।
- आवेदन फॉर्म भरें: लॉगिन के बाद, "Apply for
Loan" विकल्प
पर क्लिक करें। अपनी व्यक्तिगत जानकारी, व्यावसायिक जानकारी, ऋण की आवश्यकता और अन्य आवश्यक विवरण भरें।
- बैंक का चयन: अपने क्षेत्र में उपलब्ध बैंकों की सूची से अपनी पसंद के बैंक का चयन करें।
- दस्तावेज़ अपलोड करें: आवश्यक दस्तावेज़ जैसे पहचान प्रमाण, पता प्रमाण, व्यावसायिक योजना, आय प्रमाण आदि अपलोड करें।
- आवेदन जमा करें: सभी विवरण और दस्तावेज़ सत्यापित करें और अपना आवेदन जमा करें।
- आवेदन की स्थिति की जांच करें: आवेदन जमा करने के बाद, आवेदक अपने लॉगिन के माध्यम से आवेदन की स्थिति की जांच कर सकते हैं।
b) बैंक
के डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग
कई बैंकों ने मुद्रा लोन
के लिए ऑनलाइन आवेदन
करने के लिए अपने
स्वयं के डिजिटल प्लेटफॉर्म
विकसित किए हैं। उदाहरण
के लिए:
- SBI
e-Mudra लोन:
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मौजूदा ग्राहक SBI के ई-मुद्रा पोर्टल
(https://emudra.bank.sbi) के
माध्यम से 1 लाख रुपये तक के ऋण के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- PNB
Mudra लोन:
पंजाब नेशनल बैंक के ग्राहक बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर मुद्रा लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- HDFC
Mudra लोन:
HDFC बैंक के ग्राहक बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से मुद्रा लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
c) जनसमर्थ
पोर्टल का उपयोग
जनसमर्थ
पोर्टल
(www.jansamarth.in) भारत
सरकार द्वारा विकसित एक एकीकृत डिजिटल
पोर्टल है जो विभिन्न
सरकारी योजनाओं के लिए ऋण
आवेदन की सुविधा प्रदान
करता है, जिसमें प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना भी शामिल है।
इस पोर्टल पर आवेदन करने
के लिए निम्नलिखित चरणों
का पालन करें:
- जनसमर्थ पोर्टल
(www.jansamarth.in) पर
जाएं।
- "Business
Loan" श्रेणी
के अंतर्गत "Pradhan
Mantri Mudra Yojana" का
चयन करें।
- "Apply
Now" पर क्लिक करें और आवश्यक विवरण भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें और आवेदन जमा करें।
- आवेदन की स्थिति की जांच के लिए आपको एक आवेदन संख्या दी जाएगी।
2. ऑफलाइन
आवेदन प्रक्रिया
यदि
आप ऑनलाइन आवेदन करने में सहज
नहीं हैं, तो आप
निम्नलिखित चरणों का पालन करके
मुद्रा लोन के लिए
ऑफलाइन भी आवेदन कर
सकते हैं:
a) बैंक
शाखा का दौरा
- अपने निकटतम बैंक या वित्तीय संस्थान की शाखा में जाएं जो मुद्रा लोन प्रदान करता है।
- बैंक अधिकारी से मुद्रा लोन आवेदन फॉर्म (Pradhan Mantri
Mudra Yojana application form) प्राप्त
करें।
- आवेदन फॉर्म में सभी आवश्यक विवरण भरें और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
- आवेदन फॉर्म बैंक अधिकारी को जमा करें और पावती प्राप्त करें।
b) बैंक
की वेबसाइट से आवेदन फॉर्म डाउनलोड करना
- संबंधित बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- मुद्रा लोन आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें।
- आवेदन फॉर्म प्रिंट करें और सभी आवश्यक विवरण भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें और आवेदन फॉर्म निकटतम बैंक शाखा में जमा करें।
3. आवेदन
के लिए आवश्यक दस्तावेज़
प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत ऋण
के लिए आवेदन करते
समय, आवेदकों को निम्नलिखित दस्तावेज़
तैयार रखने होंगे:
a) पहचान
प्रमाण
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट
b) पता
प्रमाण
- आधार कार्ड
- बिजली बिल
- पानी बिल
- टेलीफोन बिल
- राशन कार्ड
- बैंक स्टेटमेंट
c) व्यावसायिक
प्रमाण
- दुकान और प्रतिष्ठान पंजीकरण
- उद्योग आधार पंजीकरण
- जीएसटी पंजीकरण (यदि लागू हो)
- व्यापार लाइसेंस
d) आय
प्रमाण (मौजूदा व्यवसाय के लिए)
- पिछले 6 महीनों का बैंक स्टेटमेंट
- आयकर रिटर्न (यदि लागू हो)
- बिक्री कर रिटर्न (यदि लागू हो)
- आय प्रमाणपत्र
e) अन्य
दस्तावेज़
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- व्यावसायिक योजना
- ऋण का उद्देश्य
- स्व-घोषणा फॉर्म
- परियोजना रिपोर्ट (तरुण श्रेणी के ऋण के लिए)
4. आवेदन
की प्रक्रिया
मुद्रा
लोन के लिए आवेदन
जमा करने के बाद,
बैंक या वित्तीय संस्थान
निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करता
है:
a) प्रारंभिक
जांच
बैंक
अधिकारी आवेदन फॉर्म और संलग्न दस्तावेज़ों
की जांच करता है।
वे आवेदक से अतिरिक्त जानकारी
या दस्तावेज़ भी मांग सकते
हैं।
b) क्रेडिट
मूल्यांकन
बैंक
आवेदक के क्रेडिट इतिहास,
व्यावसायिक योजना, आय स्रोत और
ऋण चुकाने की क्षमता का
मूल्यांकन करता है।
c) व्यवसाय
का सत्यापन
कुछ
मामलों में, बैंक अधिकारी
आवेदक के व्यवसाय स्थल
का दौरा कर सकते
हैं ताकि व्यावसायिक गतिविधियों
का सत्यापन किया जा सके।
d) ऋण
मंजूरी
यदि
आवेदक सभी पात्रता मानदंडों
को पूरा करता है
और क्रेडिट मूल्यांकन सकारात्मक है, तो बैंक
ऋण को मंजूरी देता
है और एक मंजूरी
पत्र जारी करता है।
e) दस्तावेज़
को अंतिम रूप देना
ऋण मंजूरी के बाद, आवेदक
को ऋण दस्तावेज़ों पर
हस्ताक्षर करने के लिए
बैंक शाखा में जाना
होता है।
f) ऋण
का वितरण
सभी
औपचारिकताओं को पूरा करने
के बाद, बैंक आवेदक
के बैंक खाते में
ऋण राशि का वितरण
करता है।
g) ऋण
की निगरानी
ऋण वितरण के बाद, बैंक
समय-समय पर ऋण
का उपयोग और व्यवसाय की
प्रगति की निगरानी करता
है।
SBI e-Mudra लोन:
विशेषताएं और प्रक्रिया
स्टेट
बैंक ऑफ इंडिया (SBI) प्रधानमंत्री
मुद्रा योजना के अंतर्गत e-Mudra लोन
प्रदान करता है, जो
एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसके माध्यम
से SBI के मौजूदा ग्राहक
1 लाख रुपये तक के ऋण
के लिए ऑनलाइन आवेदन
कर सकते हैं। आइए
SBI e-Mudra लोन की विशेषताओं और
प्रक्रिया पर विस्तार से
चर्चा करें:
1. SBI e-Mudra लोन
की प्रमुख विशेषताएं
a) ऑनलाइन
आवेदन
SBI e-Mudra लोन
की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता
यह है कि यह
पूरी तरह से डिजिटल
है। SBI के मौजूदा ग्राहक
अपने घर या कार्यालय
से ही ऑनलाइन आवेदन
कर सकते हैं, जिससे
समय और प्रयास की
बचत होती है।
b) त्वरित
मंजूरी
SBI e-Mudra लोन
के लिए आवेदन प्रक्रिया
तेज़ और सरल है।
पात्र आवेदकों को आमतौर पर
24 से 48 घंटों के भीतर ऋण
मंजूरी मिल जाती है।
c) शून्य
प्रोसेसिंग शुल्क
SBI e-Mudra लोन
पर कोई प्रोसेसिंग शुल्क
नहीं लिया जाता है,
जिससे उधारकर्ताओं को आर्थिक बचत
होती है।
d) बिना
संपार्श्विक या गारंटी के ऋण
SBI e-Mudra लोन
बिना किसी संपार्श्विक या
गारंटी के प्रदान किया
जाता है, जिससे यह
छोटे उद्यमियों के लिए सुलभ
हो जाता है।
e) लचीली
पुनर्भुगतान अवधि
SBI e-Mudra लोन
की पुनर्भुगतान अवधि 1 वर्ष से 5 वर्ष
तक हो सकती है,
जिससे उधारकर्ताओं को अपनी आर्थिक
स्थिति के अनुसार ऋण
चुकाने में सुविधा होती
है।
f) पूर्व-भुगतान पर कोई दंड नहीं
SBI e-Mudra लोन
के पूर्व-भुगतान पर कोई दंड
नहीं लिया जाता है,
जिससे उधारकर्ता अतिरिक्त धन होने पर
अपने ऋण का जल्दी
भुगतान कर सकते हैं।
2. पात्रता
मानदंड
SBI e-Mudra लोन
के लिए पात्र होने
के लिए, आवेदकों को
निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना
होगा:
- आवेदक का SBI में सक्रिय बचत खाता या चालू खाता होना चाहिए।
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आवेदक का व्यवसाय कम से कम 1 वर्ष से चल रहा होना चाहिए।
- आवेदक का क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए (700 या अधिक)।
- आवेदक के पास पैन कार्ड और आधार कार्ड होना चाहिए।
- आवेदक के पास कोई अन्य बैंक या वित्तीय संस्थान का बकाया ऋण नहीं होना चाहिए।
3. SBI e-Mudra लोन
के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
SBI e-Mudra लोन
के लिए ऑनलाइन आवेदन
करने के लिए, निम्नलिखित
चरणों का पालन करें:
a) प्रारंभिक
चरण
- SBI की आधिकारिक वेबसाइट
(www.onlinesbi.com) पर
जाएं और अपने इंटरनेट बैंकिंग क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके लॉगिन करें।
- "e-Services"
टैब पर क्लिक करें और फिर "Loans &
Advances" विकल्प
चुनें।
- "Apply
for e-Mudra Loan" विकल्प
का चयन करें।
b) आवेदन
फॉर्म भरना
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी, व्यावसायिक जानकारी और ऋण विवरण भरें।
- आवश्यक दस्तावेज़ जैसे पहचान प्रमाण, पता प्रमाण और व्यावसायिक प्रमाण अपलोड करें।
- आवेदन की समीक्षा करें और "Submit" पर क्लिक करें।
c) मंजूरी
और ऋण वितरण
- आवेदन जमा करने के बाद, SBI आवेदन का मूल्यांकन करेगा और पात्रता के आधार पर ऋण मंजूरी देगा।
- मंजूरी मिलने पर, ऋण दस्तावेज़ उत्पन्न होंगे जिन्हें आपको डिजिटल रूप से स्वीकार करना होगा।
- सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद, ऋण राशि आपके SBI बैंक खाते में वितरित की जाएगी।
4. SBI e-Mudra लोन
के लिए आवश्यक दस्तावेज़
SBI e-Mudra लोन
के लिए आवेदन करते
समय, आपको निम्नलिखित दस्तावेज़
अपलोड करने होंगे:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- व्यवसाय पंजीकरण प्रमाणपत्र (यदि उपलब्ध हो)
- पिछले 6 महीनों का बैंक स्टेटमेंट
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- व्यावसायिक पता प्रमाण
- आय प्रमाण (यदि उपलब्ध हो)
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