मार्क जुकरबर्ग: फेसबुक के संस्थापक और डिजिटल युग के दूरदर्शी
परिचय
मार्क जुकरबर्ग,
जिन्हें आज दुनिया सोशल मीडिया क्रांति के प्रणेता के रूप में जानती है, एक अमेरिकी
कंप्यूटर प्रोग्रामर, उद्यमी और परोपकारी व्यक्ति हैं। उन्होंने 2004 में फेसबुक की
स्थापना की, जो आज दुनिया का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है। मात्र 24 वर्ष
की आय्र में अरबपति बनने वाले जुकरबर्ग ने न केवल तकनीकी दुनिया को बदला, बल्कि उन्होंने
शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इस लेख में
हम मार्क जुकरबर्ग के जीवन, शिक्षा, करियर, फेसबुक की सफलता, और उनके सामाजिक योगदान
के बारे में विस्तार से जानेंगे।
प्रारंभिक
जीवन और शिक्षा
जन्म और
परिवार
मार्क एलियट
जुकरबर्ग का जन्म 14 मई, 1984 को न्यूयॉर्क के व्हाइट प्लेन्स में
हुआ था। उनके पिता, एडवर्ड जुकरबर्ग, एक दंत चिकित्सक थे, और माँ, करेन जुकरबर्ग,
एक मनोचिकित्सक थीं। मार्क अपने चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थे।
बचपन और
कंप्यूटर में रुचि
मार्क ने
बचपन से ही कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग में गहरी रुचि दिखाई। उनके पिता ने उन्हें अटारी
बेसिक प्रोग्रामिंग सिखाई और बाद में एक सॉफ्टवेयर डेवलपर डेविड न्यूमैन को
उनका ट्यूटर नियुक्त किया।
- 1996 में, मात्र 12 वर्ष की आयु
में, मार्क ने "ज़ुकनेट" नामक एक नेटवर्क बनाया, जिससे उनके
घर और पिता के क्लिनिक के कंप्यूटर आपस में जुड़ गए।
- उन्होंने "सिंकनेप्स मीडिया
प्लेयर" नामक एक AI-आधारित म्यूजिक प्लेयर भी बनाया, जिसने उपयोगकर्ता
की पसंद के अनुसार गाने सुझाए।
शिक्षा
- फिलिप्स एक्सेटर अकादमी में
उन्होंने कंप्यूटर साइंस और क्लासिकल स्टडीज में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
- 2002 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में
दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने मनोविज्ञान और कंप्यूटर विज्ञान की पढ़ाई
की।
फेसबुक की
शुरुआत
हार्वर्ड
में प्रारंभिक प्रोजेक्ट्स
- कोर्समैच: एक प्रोग्राम जो छात्रों
को उनकी रुचि के अनुसार कोर्स चुनने में मदद करता था।
- फेसमेश: एक वेबसाइट जो छात्रों की
तस्वीरों की तुलना करके "सबसे आकर्षक" व्यक्ति का चुनाव करती थी। यह
विवादास्पद रहा, लेकिन इसने सोशल नेटवर्किंग का आधार तैयार किया।
फेसबुक का
जन्म (2004)
4 फरवरी,
2004 को मार्क जुकरबर्ग ने अपने रूममेट्स डस्टिन मोस्कोवित्ज़, एडुआर्डो सेवरिन,
क्रिस ह्यूजेस और एंड्रयू मैककोलम के साथ मिलकर "द फेसबुक" लॉन्च
किया। शुरुआत में यह सिर्फ हार्वर्ड के छात्रों के लिए था, लेकिन बाद में इसे अन्य
विश्वविद्यालयों और आम जनता के लिए खोल दिया गया।
फेसबुक का
विस्तार
- 2005: डोमेन नेम Facebook.com खरीदा
गया।
- 2006: सभी उम्र के लोगों के लिए
खोला गया।
- 2012: 1 बिलियन उपयोगकर्ताओं का
आँकड़ा पार किया।
- 2023 (मेटा के रूप में): 3
अरब से अधिक मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता।
व्यक्तिगत
जीवन
प्रिसिला
चान से विवाह
मार्क ने
हार्वर्ड में ही प्रिसिला चान से मुलाकात की, जो एक मेडिकल छात्रा थीं। दोनों
ने 19 मई, 2012 को शादी की।
परिवार
- मैक्सिमा चान जुकरबर्ग (जन्म:
1 दिसंबर, 2015)
- अगस्त चान जुकरबर्ग (जन्म:
28 अगस्त, 2017)
धर्म और
विचारधारा
मार्क यहूदी
परिवार से हैं, लेकिन खुद को नास्तिक मानते हैं।
फेसबुक से
मेटा तक का सफर
कंपनी का
विस्तार
- व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, ऑकुलस
VR का अधिग्रहण।
- मेटावर्स की ओर कदम: 2021 में
फेसबुक ने "मेटा" नामक कंपनी में रूपांतरण किया।
आलोचनाएँ
और विवाद
- डेटा प्राइवेसी मुद्दे (कैम्ब्रिज
एनालिटिका स्कैंडल)।
- फेक न्यूज और हैट स्पीच से
जुड़ी चुनौतियाँ।
परोपकारी
प्रयास
चैन जुकरबर्ग
इनिशिएटिव
- शिक्षा, स्वास्थ्य और वैज्ञानिक
शोध में निवेश।
- 99% अपनी संपत्ति दान करने
की घोषणा।
महत्वपूर्ण
योगदान
- कोविड-19 महामारी के दौरान
अनुसंधान के लिए धन।
- कैलिफोर्निया में स्कूलों का
आधुनिकीकरण।
पुरस्कार
और सम्मान
- 2010: टाइम मैगज़ीन द्वारा "पर्सन
ऑफ द ईयर"।
- फोर्ब्स की सूची में लगातार
शीर्ष 10 अरबपतियों में शामिल।
निष्कर्ष
मार्क जुकरबर्ग
ने दुनिया को सोशल नेटवर्किंग का एक नया आयाम दिया। फेसबुक से लेकर मेटावर्स
तक, उनकी दूरदर्शिता ने डिजिटल युग को नई दिशा दी है। साथ ही, उनके परोपकारी प्रयासों
ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया है।
"लोगों
को सशक्त बनाना ही सबसे बड़ी ताकत है" – मार्क जुकरबर्ग
0 टिप्पणियाँ